मुंबई महाराष्ट्र में सत्ता के लिए शिवसेना-कांग्रेस-एनसीपी के बीच बने बेमेल गठबंधन के शुरुआती दौर में ही वैचारिक विवाद खुल कर सामने आने लगे हैं। पर के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी का दिया गया बयान शिवसेना और कांग्रेस के बीच विवाद का कारण बन सकता है। एक सप्ताह के भीतर यह दूसरा मौका है, जब दोनों दल वैचारिक मतभेद के कारण आमने-सामने आ गए हैं। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे द्वारा मंत्रियों को खाता बंटवारे के 48 घंटे के भीतर ही सरकार पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं। संसद में नागरिकता संशोधन बिल के मुद्दे पर दोनों दलों के मतभेद खुल कर सामने आ गए थे। तब कांग्रेस को खुश करने के लिए शिवसेना अध्यक्ष और मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने स्थिति को संभाल लिया था। वैचारिक स्तर पर बंटे हुए दोनों दलों के सामने सावरकर विवाद से छुटकारा पाने की बड़ी चुनौती है क्योंकि, जिस तेजी और तल्खी से राहुल गांधी पर शिवसेना नेता संजय राउत ने हमला किया है, उसे कांग्रेस आसानी से पचा नहीं पाएगी। इस पर कांग्रेस की तरफ से क्या रिएक्शन आता है यह देखने वाली बात होगी। बता दें कि कांग्रेस जहां सावरकर के विचारों का विरोध करती है, वहीं शिवसेना सावरकर को महापुरुष मानती आई है। इस मुद्दे पर पहले दोनों दलों के बीच काफी विवाद हो चुका है। 'नागरिकता संशोधन बिल पर कांग्रेस के दबाव में झुकी थी शिवसेना' इससे पहले नागरिक संशोधन बिल का लोकसभा में शिवसेना के समर्थन करने पर कांग्रेस भड़क गई थी। कांग्रेस सांसद हुसैन दलवाई और राज्य में मंत्री डॉ. नितिन राउत ने शिवसेना के रवैये पर कड़ी आपत्ति जताते हुए गठबंधन धर्म पालन करने की याद दिलाई थी। जिसके बाद यू टर्न लेते हुए शिवसेना ने राज्यसभा में वोटिंग के समय वॉकआउट किया था। मुख्यमंत्री ठाकरे ने आश्वासन दिया था कि महाराष्ट्र में किसी के साथ अन्याय नहीं होने दिया जाएगा। इसके बाद मामला शांत हुआ था। एक कांग्रेसी नेता के मुताबिक, 'हम अभी इस पर कुछ नहीं बोलेंगे। हम शिवसेना के रवैये पर केंद्रीय नेतृत्व का रुख जानने के बाद अपना स्टैंड क्लियर करेंगे'। पढ़ें: 'सावरकर देश का गौरव, उनके सम्मान में कोई समझौता नहीं' दरअसल कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अपने 'रेप इन इंडिया' बयान पर माफी मांगने से इनकार करते हुए कह दिया कि वह 'राहुल सावरकर' नहीं हैं। इस पर शिवसेना के सीनियर नेता संजय राउत ने नसीहत दे डाली कि नेहरू-गांधी की तरह सावरकर भी देश के गौरव है, उनका अपमान नहीं होना चाहिए। राउत ने ट्वीट किया- 'वीर सावरकर सिर्फ महाराष्ट्र के ही नहीं, देश के देवता हैं, सावरकर नाम में राष्ट्र अभिमान और स्वाभिमान है। नेहरू-गांधी की तरह सावरकर ने भी देश की आजादी के लिए जीवन समर्पित किया। इस देवता का सम्मान करना चाहिए। उसमें कोई भी समझौता नहीं होगा। जय हिंद।' राउत ने आगे ट्वीट किया- 'हम पंडित नेहरू, महात्मा गांधी इन्हें मानते हैं, आप भी वीर सावरकर का अपमान मत करो। जो समझदार होता है उसे ज्यादा बताने की जरूरत नहीं होती। जय हिंद।' महाराष्ट्र में सहयोगी दल शिवसेना ने तो राहुल को सवालों के घेरे में खड़ा ही किया, भारतीय जनता पार्टी ने भी मौका नहीं छोड़ा। महाराष्ट्र के पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस ने राहुल के बयान को शर्मनाक बताया है और कहा है कि सिर्फ गांधी का नाम लगाने से कोई गांधी नहीं हो जाता। उन्होंने इस मुद्दे पर शिवसेना को भी घेरा है।
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